Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Mere anubhav “ , “मेरे अनुभव” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मेरे अनुभव
Mere anubhav

कितने अनुभवों की स्मृतियाँ
ये किशोर मुँह जोहते हैं सुनने को

पर मैं याद कर पाता हूँ तो बताते हुए डरता हूँ
कि कहीं उन्हें पथ से भटका न दूँ

मुझे बताना चाहिए वह सब
जो मैंने जीवन में देखा समझा

परन्तु बहुत होशियारी के साथ
मैं उन्हें अपने जैसा बनने से बचाना चाहता हूँ

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