Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Padhiye geet“ , “पढ़िए गीता” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

पढ़िए गीता

Padhiye geet

पढ़िए गीता

बनिए सीता

फिर इन सब में लगा पलीता

किसी मूर्ख की हो परिणीता

निज घर-बार बसाइए ।

होंय कँटीली

आँखें गीली

लकड़ी सीली, तबियत ढीली

घर की सबसे बड़ी पतीली

भरकर भात पसाइए ।

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.