Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Pani ke sansmaran“ , “पानी के संस्मरण” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

पानी के संस्मरण

Pani ke sansmaran

कौंध । दूर घोर वन में मूसलाधार वृष्टि

दुपहर: घना ताल: ऊपर झुकी आम की डाल

बयार: खिड़की पर खड़े, आ गई फुहार

रात: उजली रेती के पार; सहसा दिखी

शान्त नदी गहरी

मन में पानी के अनेक संस्मरण हैं ।

 

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