Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Swikar“ , “स्वीकार” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

स्वीकार

Swikar

तुममें कहीं कुछ है

कि तुम्हें उगता सूरज, मेमने, गिलहरियाँ, कभी-कभी का मौसम

जंगली फूल-पत्तियाँ, टहनियाँ – भली लगती हैं

आओ उस कुछ को हम दोनों प्यार करें

एक दूसरे के उसी विगलित मन को स्वीकर करें।

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