Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Yadi me hu “ , “यही मैं हूँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

यही मैं हूँ
Yadi me hu

यही मैं हूँ
और जब मैं यही होता हूँ
थका, या उन्हीं के से वस्त्र पहने, जो मुझे प्रिय हैं-
दुखी मन में उतर आती है पिता की छवि
अभी तक जिन्हें कष्टों से नहीं निष्कृति
उन्हीं अपने पिता की मैं अनुकृति हूँ

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