Hindi Poem of Raskhan “ Udhar Lagai ras pyas bansuri bajai, “अधर लगाइ रस प्याइ बाँसुरी बजाईरी” Complete Poem for Class 10 and Class 12

आयो हुतो नियरे रसखानि

 Ayo hute niyare raskhani

 

आयो हुतो नियरे रसखानि कहा कहुं तू न गई वहि ठैयाँ.

या ब्रज में सिगरी बनिता सब बारति प्राननि लेति बलैया.

कोऊ न काहु की कानि करै कछु चेटक सी जु करयो जदुरैया.

गाइगो तान जमाइगो नेह रिझाइगो प्रान चराइगो गैया.

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