Hindi Poem of Sahir Ludhianvi “ Nagma or sher ki saugat kise pesh karu“ , “नग़मा-ओ-शेर की सौगात किसे पेश करूँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

नग़मा-ओ-शेर की सौगात किसे पेश करूँ

 Nagma or sher ki saugat kise pesh karu

नग़मा-ओ-शेर की सौगात किसे पेश करूँ

ये छलकते हुए जज़बात किसे पेश करूँ

शोख़ आँखों के उजालों को लुटाऊं किस पर

मस्त ज़ुल्फ़ों की सियह रात किसे पेश करूँ

गर्म सांसों में छिपे राज़ बताऊँ किसको

नर्म होठों में दबी बात किसे पेश करूँ

कोइ हमराज़ तो पाऊँ कोई हमदम तो मिले

दिल की धड़कन के इशारत किसे पेश करूँ

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