Hindi Poem of Sahir Ludhianvi “Tere chehre se nazar nahi hatt ti“ , “तेरे चेहरे से नज़र नहीं हटती” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

तेरे चेहरे से नज़र नहीं हटती

 Tere chehre se nazar nahi hatt ti

तेरे चेहरे से नज़र नहीं हटती नज़ारे हम क्या देखें

तुझे मिलके भी प्यास नहीं घटती नज़ारे हम क्या देखें

पिघले बदन तेरे तपती निगाहों से

शोलों की आँच आए बर्फ़ीली राहों से

लगे कदमों से आग लिपटती नज़ारे हम क्या देखें

रंगों की बरखा है खुशबू का साथ है

किसको पता है अब दिन है की रात है

लगे दुनिया भी आज सिमटती नज़ारे हम क्या देखें

पलकों पे फैला तेरी पलकों का साया है

चेहरे ने तेरे मेरा चेहरा छुपाया है

तेरे जलवों की धुँध नहीं छँटती नज़ारे हम क्या देखें

 

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