सहमते स्वर-5
Sahamte Swar 5
चला आया
अपनी ही नज़रों में
गिरने से बच गया।
नए माहौल में
भटकना भला लगता है
सुविधा का भरण क्षण तो
सड़ा-गला लगता है
उनकी क्या करता
हाँ-हज़ूरी
जो ख़ुद मोहताज हैं
सहमते स्वर-5
Sahamte Swar 5
चला आया
अपनी ही नज़रों में
गिरने से बच गया।
नए माहौल में
भटकना भला लगता है
सुविधा का भरण क्षण तो
सड़ा-गला लगता है
उनकी क्या करता
हाँ-हज़ूरी
जो ख़ुद मोहताज हैं