हर ज़र्रा यहाँ शोला दहन है कि नहीं? है
Har Zarra yaha shoal dahan he ki nahi he
हर ज़र्रा यहाँ शोला दहन है कि नहीं? है
अब वक़्त के माथे पे शिकन है कि नहीं? है
कहते थे कि दुनिया नहीं बदलेगी कभी भी
बदला हुआ दुनिया का चलन है कि नहीं? है
बिकने से भी बदतर है रेहन होना किसी का
दिल हो कि दिमाग रेहन है कि नहीं? है
सर पर है कफ़न और जवाँ आरजू भी है
पर दार है की नहीं रसन है कि नहीं? है
रावन की सल्तनत तो शलभ अब भी है कायम
पर राम के हिस्से में भी वन है कि नहीं? है