Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “Jis din“ , “जिस दिन” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जिस दिन

Jis din  

जिस दिन अच्छी कविता लिखोगे

अपनों से दूर हो जाओगे

जिस दिन अच्छी कविता लिखोगे

नौकरी से हाथ धो बैठोगे

जिस दिन अच्छी कविता लिखोगे

प्यार करने वाले हवा हो जाएंगे

जिस दिन अच्छी कविता लिखोगे

अकेले रह जाओगे एक दम

जिस दिन अच्छी कविता लिखोगे

छोड़ दिए जाओगे अपने हाल पर

जिस दिन अच्छी कविता लिखोगे

पागल करार कर दिए जाओगे सहसा

जिस दिन अच्छी कविता लिखोगे

मार दिए जाओगे अचानक

जिस दिन अच्छी कविता लिखोगे

ज़िन्दा जला दिए जाओगे चौराहे पर उसी दिन

जिस दिन अच्छी कविता लिखोगे

ईश्वर में तब्दील कर दिए जाओगे   चुपचाप

 

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.