ख़तरा
Khatra
चीते की तरह होता ही ख़तरा
गफ़लत का जायजा लेता चुपचाप
दबे पाँव सरकता है
बोलने का मौक़ा दिए बगैर
दबोच लेने को प्रस्तुत
तुम्हारी गफ़लत की गवाही देती
तुम्हारी चीख़
ख़तरे की घाटी में तब्दील हो गयी है अभी-अभी
किसी कहानी में शामिल तुम
शामिल किसी चर्चा में
किसी गप-शप में शामिल
लोगों को ख़तरे से आगाह कर रही हो अब