Hindi Poem of Shriprakash Shukal “ Ae badal”,”ऐ बादल!” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

ऐ बादल!

Ae badal

 

उतरो, उतरो, ऐ बादल!

जैसे उतरता है माँ के सीने में दूध

बच्चे के ठुनकने के साथ

हवाओं में सुगंध बिखेरो

पत्तों को हरियाली दो

धरती को भारीपन

कविता को गीत दो

ऐ आषाढ़ के बादल!

बीज को वृक्ष दो

वृक्षों को फूल दो

फूल को फल दो

बहुत उमस है

मेढ़क को स्वर दो

पखियारी को उडा़न दो

जुगनू को अंधेरा!

जल्दी करो, मेरे यार!

भूने जाते चने की तरह

फट रहे किसानों को 

अपनी चमक से

थोड़ी गमक दो

और थोड़ा नमक भी ।

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