Hindi Poem of Sur Das “  Fulnako mahal kulnaki sajaya, “फुलनको महल फुलनकी सज्या” Complete Poem for Class 10 and Class 12

फुलनको महल फुलनकी सज्या

 Fulnako mahal kulnaki sajaya

 

फुलनको महल फुलनकी सज्या फुले कुंजबिहारी । फुली राधा प्यारी ॥ध्रु०॥

फुलेवे दंपती नवल मनन फुले फले करे केली न्यारी ॥१॥

फुलीलता वेली विविधा सुमन गन फुले आवन दोऊं है सुखकारी ॥२॥

सूरदास प्रभु प्यारपर बारत फुले फलचंपक बेली नेवारी ॥३॥

 

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