Hindi Poem of Sur Das “ Kahu jogiki nazar lagi hai, “काहू जोगीकी नजर लागी है” Complete Poem for Class 10 and Class 12

काहू जोगीकी नजर लागी है

 Kahu jogiki nazar lagi hai

 

काहू जोगीकी नजर लागी है मेरो कुंवर । कन्हिया रोवे ॥ध्रु०॥

घर घर हात दिखावे जशोदा दूध पीवे नहि सोवे ।

चारो डांडी सरल सुंदर । पलनेमें जु झुलावे ॥मे०॥१॥

मेरी गली तुम छिन मति आवो । अलख अलख मुख बोले ।

राई लवण उतारे यशोदा सुरप्रभूको सुवावे ॥मे०॥२॥

 

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