Hindi Poem of Surdas “Ab Mein Nachyo bahut gupala , “अब मैं नाच्यौ बहुत गुपाल ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

अब मैं नाच्यौ बहुत गुपाल -सूरदास

Ab Mein Nachyo bahut gupala – Surdas

 

अब मैं नाच्यौ बहुत गुपाल।

 काम-क्रोध कौ पहिरि चोलना, कंठ बिषय की माल॥

 महामोह के नूपुर बाजत, निंदा सबद रसाल।

 भ्रम-भोयौ मन भयौ, पखावज, चलत असंगत चाल॥

 तृष्ना नाद करति घट भीतर, नाना विधि दै ताल।

 माया कौ कटि फेंटा बाँध्यौ, लोभ-तिलक दियौ भाल॥

 कोटिक कला काछि दिखराई जल-थल सुधि नहिं काल।

 सूरदास की सबै अबिद्या दूरि करौ नँदलाल॥

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