Hindi Poem of Trilochan “Chanchal Pawan Pranmay bandhan“ , “चंचल पवन प्राणमय बंधन” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12
Hindi Poem of Trilochan “Chanchal Pawan Pranmay bandhan“ , “चंचल पवन प्राणमय बंधन” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12
चंचल पवन प्राणमय बंधन
Chanchal Pawan Pranmay bandhan
व्योम सभी के ऊपर छाया
एक चांदनी का मधु लेकर
एक उषा में जगो जगाओ
झिझक छोड़ दो, जाल तोड़ दो
तज मन का जंजाल जोड़ दो
मन से मन जीवन से जीवन
कच्चे कल्पित पात्र फोड़ दो
साँस-साँस से लहर-लहर से
और पास आओ लहराओ
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