Hindi Poem of Trilochan “Jo hai so hai“ , “जो है सो है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जो है सो है

Jo hai so hai

खिले फूलों से ही खिंच कर रमे जो भुवन में

अभावों की छाया पकड़ कर भावांत उन का

दिखाएगी, क्या है ललित रचना, शून्य मन की.

यहाँ जो है सो है विवश पद की धूल बन के ।

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