टूटा हृदय
Tuta hridya
कहीं से टूटा भी हृदय अपना नित्य अपना
रहेगा । भूले भी पथ पर इसे छोड़ कर जो
चलेगा, भोगेगा । क्षण क्षण कहानी अवश सी
सुनाएगी गाथा, मुखर मुख होंगे सुरस से
टूटा हृदय
Tuta hridya
कहीं से टूटा भी हृदय अपना नित्य अपना
रहेगा । भूले भी पथ पर इसे छोड़ कर जो
चलेगा, भोगेगा । क्षण क्षण कहानी अवश सी
सुनाएगी गाथा, मुखर मुख होंगे सुरस से