सोच को दे नई उड़ान
Soch ke de nayi udan
जोखिम से न डरे
जीवन में आगे बदने के लिए स्टूडेंट्स को रिक्स उठाने के लिए प्रेरित करने वाले महिंद्रा ने कहा कि जब-जब आप जोखिम उठाने से बचते हैं, तब-तब आप अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण अंश बर्बाद करते हैं | बाद में पीछे मुड़कर देखने पर आपको भी मेरी तरह ये पल अपने जीवन के बर्बाद पल लग सकते हैं | इस पर बात करते हुए उन्होंने अपनी ही जीवन का एक वाकया सुनाया, जब उनकी कंपनी महिंद्रा ने फोर्ड मोटर्स के साथ मिलकर एक कार स्पोर्कियो लाने कि सोची थी | शुरुआत कुछ इसी थी कि इनकी कंपनी एसयूवी स्पोर्कीयो बनाने में फोर्ड मोटर्स कि मदद चाहती थी | फोर्ड कि मोटर्स को स्पोर्कियो का मॉडल और महिंद्रा कि प्लानिंग पसंद आई थी | उनके वाइस चेयरमैन ने फोर्ड के इंजिनियर कि मदद का भी प्रस्तावsदे दिया था | लेकिन फोर्ड के चेयरमैन ने कहा- नहीं, फोर्ड के इंजिनियर कि मदद नहीं मिलगी | इन्हें खुद इनके दम पर यह काम तैयार करने दो | यदि ये इतनी लागत में एसी कार तैयार कर पाते हैं, तो हमें इनसे सिखने में जरुरत होगी | फोर्ड के प्रेसिडेंट कि इस पेशकस ने महिंद्रा को यह सोचने पर मजबूर कर दिया था कि आखिर यह प्रस्ताव मैंने क्यों नहीं दिया?कल हो अच्छा
महिंद्रा ने स्टूडेंट्स से कहा कि आपका आईआईएम-ए में होना यह साबित करता हैं कि आप जब तक अपनी जिंदगी में मेहनत करते आए हैं | यहाँ अपना एक-एक पल जिया हैं और इसे अपना अब तक का सबसे अच्छा समय मानते हो लेकिन मैं उम्मीद करता हूँ कि इतना अच्छा पर्दर्शन करे कि आने वाला कल आज से भी अच्छा हो | अपने आने वाले कल को अपने आज से बेहतर बनाने के लिए मैं शुभकामना देता हूँ |