Hindi Poem of Ramavtar Tyagi “Mein dilli hu , “मैं दिल्ली हूँ ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

मैं दिल्ली हूँ – रामावतार त्यागी Mein dilli hu -Ramavtar Tyagi   मैं दिल्ली हूँ मैंने कितनी, रंगीन बहारें देखी हैं। अपने आँगन में सपनों की, हर ओर कितारें …

Hindi Poem of Ramavtar Tyagi “Tumne ha jism to , “तुमने हाँ जिस्म तो ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

तुमने हाँ जिस्म तो – रामावतार त्यागी Tumne ha jism to -Ramavtar Tyagi   तुमने हाँ जिस्म तो आपस में बंटे देखे हैं क्या दरख्तों के कहीं हाथ कटे …

Hindi Poem of Ramavtar Tyagi “Aanchal bunte rah jaoge , “आँचल बुनते रह जाओगे” Complete Poem for Class 10 and Class 12

आँचल बुनते रह जाओगे – रामावतार त्यागी Aanchal bunte rah jaoge -Ramavtar Tyagi   मैं तो तोड़ मोड़ के बंधन अपने गाँव चला जाऊँगा तुम आकर्षक सम्बन्धों का, आँचल …

Hindi Poem of Ramavtar Tyagi “Chandi ki urvashi na kar de , “चाँदी की उर्वशी न कर दे ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

चाँदी की उर्वशी न कर दे – रामावतार त्यागी Chandi ki urvashi na kar de -Ramavtar Tyagi   चाँदी की उर्वशी न कर दे युग के तप संयम को …

Hindi Poem of Ramavtar Tyagi “Har thake musafir ke , “हारे थके मुसाफिर के” Complete Poem for Class 10 and Class 12

हारे थके मुसाफिर के – रामावतार त्यागी Har thake musafir ke -Ramavtar Tyagi   हारे थके मुसाफिर के चरणों को धोकर पी लेने से मैंने अक्सर यह देखा है …

Hindi Poem of Ramavtar Tyagi “Ja pas molvi ke, “जा पास मौलवी के ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

जा पास मौलवी के – रामावतार त्यागी Ja pas molvi ke -Ramavtar Tyagi   जा पास मौलवी के या पूछ जोगियों से। सूराख पत्थरों में होते न उँगलियों से …