Hindi Poem of Ghalib “Tarif-e-matlabe-mushquil nahi fasoon-e-niyaz , “हरीफ़-ए-मतलब-ए-मुशकिल नहीं फ़ुसून-ए-नियाज़” Complete Poem for Class 10 and Class 12

हरीफ़-ए-मतलब-ए-मुशकिल नहीं फ़ुसून-ए-नियाज़ – ग़ालिब Tarif-e-matlabe-mushquil nahi fasoon-e-niyaz -Ghalib   हरीफ़-ए-मतलब-ए-मुश्किल नहीं फ़ुसून-ए-नियाज़ दुआ क़ुबूल हो या रब कि उम्र-ए-ख़िज़्र दराज़ न हो ब-हर्ज़ा बयाबाँ-नवर्द-ए-वहम-ए-वुजूद हुनूज़ तेरे तसव्वुर में …

Hindi Poem of Ghalib “Siyahi jaise gir jave dum-e-tahrir khagaz par , “सियाहि जैसे गिर जावे दम-ए-तहरीर काग़ज़ पर ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

सियाहि जैसे गिर जावे दम-ए-तहरीर काग़ज़ पर – ग़ालिब Siyahi jaise gir jave dum-e-tahrir khagaz par -Ghalib   सियाही जैसे गिर जावे दम-ए-तहरीर काग़ज़ पर मिरी क़िस्मत में यूँ …

Hindi Poem of Ghalib “sitam-kash maslhat se hu ki khuba tujh pe aashiq hein, “सितम-कश मस्लहत से हूँ कि ख़ूबाँ तुझ पे आशिक़ हैं ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

सितम-कश मस्लहत से हूँ कि ख़ूबाँ तुझ पे आशिक़ हैं – ग़ालिब sitam-kash maslhat se hu ki khuba tujh pe aashiq hein -Ghalib   सितम-कश मस्लहत से हूँ कि …

Hindi Poem of Ghalib “Safa-e-herat-e-aaina hai saman-e-jang aakhir , “सफ़ा-ए-हैरत-ए-आईना है सामान-ए-ज़ंग आख़िर ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

सफ़ा-ए-हैरत-ए-आईना है सामान-ए-ज़ंग आख़िर – ग़ालिब Safa-e-herat-e-aaina hai saman-e-jang aakhir -Ghalib   सफ़ा-ए-हैरत-ए-आईना है सामान-ए-ज़ंग आख़िर तग़य्युर आब-ए-बर-जा-मांदा का पाता है रंग आख़िर न की सामान-ए-ऐश-ओ-जाह ने तदबीर वहशत …