Hindi Poem of Agyey “Mene Aahuti ban kar dekha , “मैंने आहुति बन कर देखा ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

मैंने आहुति बन कर देखा – अज्ञेय Mene Aahuti ban kar dekha  – Agyey मैं कब कहता हूँ जग मेरी दुर्धर गति के अनुकूल बने, मैं कब कहता हूँ …