Hindi Poem of Kaka Hasrati’“Anushasanhinta Aur Bhashatachar , “अनुशासनहीनता और भ्रष्टाचार ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

अनुशासनहीनता और भ्रष्टाचार – काका हाथरसी Anushasanhinta Aur Bhashatachar –Kaka Hasrati   बिना टिकट के ट्रेन में चले पुत्र बलवीर  जहाँ ‘मूड’ आया वहीं, खींच लई ज़ंजीर  खींच लई …

Hindi Poem of Kaka Hasrati’“Bharashtachar , “भ्रष्टाचार” Complete Poem for Class 10 and Class 12

भ्रष्टाचार – काका हाथरसी Bharashtachar –Kaka Hasrati   राशन की दुकान पर, देख भयंकर भीर ‘क्यू’ में धक्का मारकर, पहुँच गये बलवीर  पहुँच गये बलवीर, ले लिया नंबर पहिला …

Hindi Poem of Kaka Hasrati’“Kuch to Standard banao , “कुछ तो स्टैंडर्ड बनाओ ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

कुछ तो स्टैंडर्ड बनाओ – काका हाथरसी Kuch to Standard banao –Kaka Hasrati   प्रकृति बदलती क्षण-क्षण देखो, बदल रहे अणु, कण-कण देखो| तुम निष्क्रिय से पड़े हुए हो …