आर्यभट्ट Aryabhatta प्राचीन काल के ज्योतिर्विदों में आर्यभट्ट, वराहमिहिर, ब्रह्मगुप्त, आर्यभट्ट द्वितीय, भास्कराचार्य, कमलाकर जैसे प्रसिद्ध विद्वानों का इस क्षेत्र में अमूल्य योगदान है। इन सभी में आर्यभट्ट …
भ्रम-बिधोंसवा का अंग -कबीर Bhram Bindhoswa ka ang -Kabir जेती देखौं आत्मा, तेता सालिगराम । साधू प्रतषि देव हैं, नहीं पाथर सूं काम ॥1॥ जप तप दीसैं थोथरा, …
करम गति टारै नाहिं टरी -कबीर Karam gati tare nahin tari -Kabir करम गति टारै नाहिं टरी॥ मुनि वसिस्थ से पण्डित ज्ञानी, सिधि के लगन धरि। सीता हरन …
जगदीश चंद्र बोस Jagadish Chandra Bose जन्म- 30 नवंबर, 1858, मेमनसिंह गाँव, बंगाल (वर्तमान बांग्लादेश, मृत्यु- 23 नवंबर, 1937, गिरिडीह, बंगाल (वर्तमान बांग्लादेश) भारत के प्रसिद्ध भौतिकविद् तथा पादपक्रिया …
उपदेश का अंग -कबीर Updesh ka ang -Kabir बैरागी बिरकत भला, गिरही चित्त उदार। दुहुं चूका रीता पड़ैं , वाकूं वार न पार॥1॥ ‘कबीर’ हरि के नाव सूं, …
मधि का अंग -कबीर Madhi ka ang -Kabir ‘कबीर’दुबिधा दूरि करि,एक अंग ह्वै लागि । यहु सीतल बहु तपति है, दोऊ कहिये आगि ॥1॥ दुखिया मूवा दुख कौं, …
भेष का अंग -कबीर Bhesh ka Ang -Kabir माला पहिरे मनमुषी, ताथैं कछू न होई । मन माला कौं फेरता, जग उजियारा सोइ ॥1॥ ‘कबीर’ माला मन की, …
भास्कराचार्य Bhaskaracharya जन्म- 1114 ई. मृत्यु- 1179 ई., प्राचीन भारत के सुप्रसिद्ध गणितज्ञ एवं खगोलशास्त्री थे। भास्कराचार्य द्वारा लिखित ग्रन्थों का अनुवाद अनेक विदेशी भाषाओं में किया जा …