जीवन की ढलने लगी साँझ -अटल बिहारी वाजपेयी Jeevan Ki Dhalne lagi Sanjh – Atal Bihari Vajpayee जीवन की ढलने लगी सांझ उमर घट गई डगर कट गई …
बाल गंगाधर तिलक Bal Gangadhar Tilak बाल गंगाधर तिलक का जन्म-23 जुलाई, 1856 रत्नागिरी, महाराष्ट्र ; मृत्यु- 1 अगस्त, 1920 मुंबई विद्वान, गणितज्ञ, दार्शनिक और उग्र राष्ट्रवादी व्यक्ति …
मौत से ठन गई -अटल बिहारी वाजपेयी Maut se than gai – Atal Bihari Vajpayee ठन गई! मौत से ठन गई! जूझने का मेरा इरादा न था, मोड़ …
मैं न चुप हूँ न गाता हूँ -अटल बिहारी वाजपेयी Mein Na Chup Hu Na Gata hu – Atal Bihari Vajpayee न मैं चुप हूँ न गाता हूँ सवेरा …
एक बरस बीत गया -अटल बिहारी वाजपेयी Ek Baras Beet Gya – Atal Bihari Vajpayee एक बरस बीत गया झुलसाता जेठ मास शरद चांदनी उदास सिसकी भरते सावन …
अपने ही मन से कुछ बोलें -अटल बिहारी वाजपेयी Apne Hi man Se Kuch Bole – Atal Bihari Vajpayee क्या खोया, क्या पाया जग में मिलते और बिछुड़ते मग …
झुक नहीं सकते -अटल बिहारी वाजपेयी Jhuk Nahi Sakte – Atal Bihari Vajpayee टूट सकते हैं मगर हम झुक नहीं सकते सत्य का संघर्ष सत्ता से न्याय लड़ता निरंकुशता …
ऊँचाई -अटल बिहारी वाजपेयी Unchai – Atal Bihari Vajpayee ऊँचे पहाड़ पर, पेड़ नहीं लगते, पौधे नहीं उगते, न घास ही जमती है। जमती है सिर्फ बर्फ, जो, कफ़न …