Hindi Poem of Sumitranand Pant “Aajad ”, “आजाद” Complete Poem for Class 10 and Class 12

आजाद -सुमित्रानंदन पंत Aajad – Sumitranand Pant पैगम्बर के एक शिष्य ने पूछा, ‘हजरत बंदे को शक है आज़ाद कहां तक इंसा दुनिया में, पाबंद कहां तक?’ ‘खड़े रहो!’ …

Hindi Poem of Sumitranand Pant “Tap Re ”, “तप रे!” Complete Poem for Class 10 and Class 12

तप रे! -सुमित्रानंदन पंत Tap Re – Sumitranand Pant तप रे, मधुर मन! विश्व-वेदना में तप प्रतिपल, जग-जीवन की ज्वाला में गल, बन अकलुष, उज्ज्वल और कोमल तप रे, …

Hindi Poem of Sumitranand Pant “Kale Badal ”, “काले बादल” Complete Poem for Class 10 and Class 12

काले बादल -सुमित्रानंदन पंत Kale Badal – Sumitranand Pant सुनता हूँ, मैंने भी देखा, काले बादल में रहती चाँदी की रेखा! काले बादल जाति द्वेष के, काले बादल विश्व …