Hindi Poem of Sumitranand Pant “Parivartan ”, “परिवर्तन” Complete Poem for Class 10 and Class 12

परिवर्तन -सुमित्रानंदन पंत Parivartan – Sumitranand Pant आज कहां वह पूर्ण-पुरातन, वह सुवर्ण का काल? भूतियों का दिगंत-छवि-जाल, ज्योति-चुम्बित जगती का भाल? राशि राशि विकसित वसुधा का वह यौवन-विस्तार? …

Hindi Poem of Sumitranand Pant “Jag-Jeevan mein jo chir mahan ”, “जग-जीवन में जो चिर महान” Complete Poem for Class 10 and Class 12

जग-जीवन में जो चिर महान -सुमित्रानंदन पंत Jag-Jeevan mein jo chir mahan – Sumitranand Pant जग-जीवन में जो चिर महान, सौंदर्य – पूर्ण औ सत्य – प्राण, मैं उसका …

Hindi Poem of Sumitranand Pant “Pashan Khand ”, “पाषाण खंड” Complete Poem for Class 10 and Class 12

पाषाण खंड -सुमित्रानंदन पंत Pashan Khand – Sumitranand Pant   वह अनगढ़ पाषाण खंड था- मैंने तपकर, खंटकर, भीतर कहीं सिमटकर उसका रूप निखारा तदवत भाव उतारा श्री मुख …

Hindi Poem of Sumitranand Pant “Noka Veehar ”, “नौका-विहार” Complete Poem for Class 10 and Class 12

नौका-विहार -सुमित्रानंदन पंत Noka Veehar – Sumitranand Pant   शांत स्निग्ध, ज्योत्स्ना उज्ज्वल! अपलक अनंत, नीरव भू-तल! सैकत-शय्या पर दुग्ध-धवल, तन्वंगी गंगा, ग्रीष्म-विरल, लेटी हैं श्रान्त, क्लान्त, निश्चल! तापस-बाला …

Hindi Poem of Sumitranand Pant “Bharat Mata ”, “भारतमाता” Complete Poem for Class 10 and Class 12

भारतमाता -सुमित्रानंदन पंत Bharat Mata – Sumitranand Pant भारत माता ग्रामवासिनी। खेतों में फैला है श्यामल धूल भरा मैला सा आँचल, गंगा यमुना में आँसू जल, मिट्टी कि प्रतिमा …