Hindi Poem of Jayshankar Prasad “Do Bunde”, “ दो बूँदें” Complete Poem for Class 10 and Class 12

दो बूँदें Do Bunde   शरद का सुंदर नीलाकाश निशा निखरी, था निर्मल हास बह रही छाया पथ में स्वच्छ सुधा सरिता लेती उच्छ्वास पुलक कर लगी देखने धरा …

Hindi Poem of Jayshankar Prasad “Biti Vibhavari Jag Ri”, “ बीती विभावरी जाग री ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

बीती विभावरी जाग री  Biti Vibhavari Jag Ri   बीती विभावरी जाग री! अम्बर पनघट में डुबो रही- तारा-घट ऊषा नागरी। खग-कुल कुल-कुल-सा बोल रहा, किसलय का अंचल डोल …

Hindi Poem of Jayshankar Prasad “Aatmkathy”, “आत्मकथ्य ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

आत्मकथ्य Aatmkathy   मधुप गुन-गुनाकर कह जाता कौन कहानी अपनी यह, मुरझाकर गिर रहीं पत्तियाँ देखो कितनी आज घनी। इस गंभीर अनंत-नीलिमा में असंख्य जीवन-इतिहास, यह लो, करते ही …