प्रधानमंत्री मुद्रा बैंक योजना
Pradhan Mantri Mudra Bank Yojana
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छोटे कुटीर उद्योगों के लिए मुद्रा बैंक योजना (Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana)विवोचन किया |मुद्रा योजना छोटे व्यापार को मदद देने के लिए शुरू की गई योजना हैं | वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2015 के बजट के तहत इस मुद्रा बैंक योजना में 20 हजार करोड़ रुपये के फंड एवम 3 हजार करोड़ रूपये क्रेडिट की घोषणा की हैं | अरुण जेटली ने स्पष्ट किया कि मुद्रा योजना एक सही तरीका हैं जरूरत मंदों के लिए वित्तीय मदद का “Funding the unfunded”|
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा मुद्रा योजना (Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana) से छोटे उद्यमियों को फायदा होगा | यह ‘माइक्रोफाइनेंस संस्थाओं (MFI/एमएफआई) छोटे उद्योगों के लिए एक नियामक के रूप में कार्य करेगा|
मुद्रा बैंक योजना का मुख्य उद्देश्य
मुद्रा बैंक योजना (Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana) का मुख्य उद्देश्य छोटे उद्योगों को साहुकारो की सूतखोरी से बचाना हैं |इस योजना के तहत कुटीर उद्योगपति आसानी से बैंक से लोन ले सकेंगे |
मुद्रा योजना (Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana) के तहत उद्योग संबंधी प्रशिक्षण एवम व्यापार की छोटी छोटी बाते भी बताई जाएँगी जिससे उद्योगपति अपने व्यापार को बढ़ा सके |
मुद्रा बैंक योजना (Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana) का अहम् कारण प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में स्पष्ट किया उन्होंने कहा बड़े उद्योग सवा करोड़ जनता को रोजगार देते हैं बल्कि छोटे लघु उद्योग बारह करोड़ जनता को रोजगार देते हैं |अगर ऐसे लघु उद्योगों को आर्थिक सहायता दी जाये तब वे उन्नति करेंगे जिससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे | इस दिशा में मोदी ने गुजरात का उदहारण दिया गुजरात में पतंग व्यापार को थोड़ी मदद देने से वह व्यापार पांचसों करोड़ से पैतीसो करोड़ तक पहुँच गया |
मुद्रा योजना (Prdhan Mantri MUDRA Bank Yojana) का अर्थ हैं माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट रिफाइनेंस एजेंसी (Micro Units Development Refinance Agency) जिसे MUDRA कहा गया छोटे अर्थ में मुद्रा मतलब धन से हैं यही इस योजना का मुख्य बिंदु हैं कुटीर उद्योगों को धन की सहायता |
योजना की स्थापना
मुद्रा बैंक योजना 8 अप्रैल 2015 को घोषित की गई हैं मुद्रा बैंक वैधानिक अधिनियम के अंतर्गत स्थापित किया गया हैं जिसमे कुटीर उद्योगों के विकास की ज़िम्मेदारी प्रधानमंत्री मुद्रा योजना बैंक की होगी |
मुद्रा बैंक योजना का लक्ष्य
छोटे कुटीर उद्योगों को बैंक से आर्थिक मदद आसानी से नहीं मिलती वे बैंक के नियमो को पूरा नहीं कर पाते इस कारण वे उद्योगों को बढ़ाने में असमर्थ होते है इसलिए मुद्रा बैंक योजना शुरू की जा रही हैं जिसका मुख्य लक्ष्य युवा पढ़े लिखे नौजवानों के हुनर को मजबूत धरातल देना हैं साथ ही महिलाओं को सशक्त बनाना हैं |
मुद्रा बैंक योजना की पात्रता
मुद्रा बैंक योजना के तहत हर वो व्यक्ति जिसके नाम कोई कुटीर उद्योग हैं या किसी के साथ पार्टनरशीप के सही दस्तावेज हो या कोई छोटी सी लघु यूनिट हो वे इस मुद्रा बैंक योजना के तहत ऋण ले सकता हैं |
मुद्रा बैंक योजना के तहत लोन/ ऋण का प्रावधान
मुद्रा बैंक योजना के तहत छोटे उद्योगों एवम दुकानदारो को ऋण की सुविधा तीन चरणों में दी गई हैं |
शिशु ऋण योजना : कुटीर उद्योग की शुरुवात के समय मुद्रा बैंक के तहत पचास हजार के ऋण का प्रावधान हैं |
किशोर ऋण योजना : इसमें ऋण की राशि पचास हजार से पांच लाख तक की जा सकती हैं |
तरुण ऋण योजना : इसमें पाँच से दस लाख तक का ऋण लिया जा सकता हैं |
मुद्रा बैंक योजना के लाभ
इस योजना के कारण छोटे व्यापारियों का हौसला बढेगा जिससे देश का आर्थिक विकास होगा |
इस योजना के कारण पढ़े लिखे नौ जवानो को रोजगार मिलेगा और उनका हुनर भी निखर कर सामने आएगा |
बड़े उद्योग केवल सवा करोड़ लोगो को रोजगार देते हैं लेकिन कुटीर उद्योग 12 करोड़ लोगो को |
ऐसे उद्योगों को बढ़ावा देने से देश का पैसा देश में ही रहेगा और आर्थिक विकास होगा |
नयी नयी गतिविधियों का संचार होगा |
छोटे व्यापारियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा जिससे प्रतियोगिता की भावना उत्पन्न होगी जो कि उनकी उन्नति में सहायक होगा |
देश का विकास अमीरों के विकास से नहीं अपितु गरीबो के विकास से होता हैं अत : इस दिशा में मुद्रा बैंक योजना एक अहम् फैसला हैं |
मुद्रा बैंक योजना की सोच बांग्लादेश देश के प्रोफ़ेसर युनूस की हैं जिसे उन्होंने वर्ष 2006 में लागु किया था जिससे कुटीर उद्योग का विकास हुआ जिसके बाद अन्तराष्ट्रीय स्तर पर युनूस सहाब की प्रशंसा की गई |
अब वर्ष 2015 में मुद्रा बैंक योजना देश में लागु की गई हैं भारी त्रासदी के बाद देश को स्थिर करने के लिए कई योजनाये लागु की गई हैं जिनमे अहम् हैं :
स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI) भारत का सबसे बड़ा बैंक है। यह बैंक अब मुद्रा लोन देने लगा है। अभी अभी SBI ने पश्चिम बंगाल में करीब 80 छोटे छोटे उद्योग चलाने वाली महिलाओं को शिशु लोन दिया है। आप भी अपने नज़दीकी SBI में जा कर इस योजना की जानकारी ले। SBI से लोन लेना सब से कठिन माना जाता है क्यूकि वो पूरी जांच पड़ताल कर लेने के बाद ही लोन देते है। इसलिए SBI जाने के पहले अपने सारे दस्तावेज़ साथ ले जाना ना भूले।
इस तरह की कई योजनाये देश के विकास के लिए चलाई जा रही हैं | इनके बारे में जानकारी ले कर इनका हिस्सा बने |