सांसद आदर्श ग्राम योजना
Sansad Adarsh Gram Yojana
11 अक्टूबर 2014 जयप्रकाश नारायण जी के जन्म दिवस के दिन हमारे प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने एक नयी योजना की घोषणा की, जिसका नाम था सांसद आदर्श ग्राम योजना . इस योजना का एक मात्र उद्देश्य भारत मे गावों की स्थिति सुधारना है. इस योजना के जरिये योजना के अंतर्गत आने वाले गावों की स्थिति सुधरेगी .
इस योजना के अनुसार उस क्षेत्र के सांसद को अपने क्षेत्र से एक गाव का चयन करना है और उन्हे उस गाव को सन 2016 तक आदर्श गाव बनाना है, परंतु इसमे ध्यान रखने योग्य बात यह है कि यह गाव उस क्षेत्र के सांसद का स्वयं का गाव या उसका ससुराल नहीं होना चाहिए.
ऐसा नही है कि हमारे यहा कोई भी गाव विकसित नहीं है, हर राज्य मे कम से कम ऐसे 4-5 गाव अवश्य है, जिनमे जाते से ही एक अलग ही अनुभूति होती है या जिनके बारे मे बता कर वहा मौजूद सरकार को गर्व महसूस होता है. इन कुछ विशेष गाव का विकसित होने का कारण वहा मौजूद लोग हो सकते है. जिनकी सोच भिन्न थी या वहा का प्रतिनिधि वर्ग की प्रतिनिधित्व करने की क्षमता और तरीका अलग था. अब वहा मौजूद लोगो की वजह से कुछ गाव तो विकसित हो गए, परंतु फिर भी अभी काफी बड़ी संख्या मे कुछ ऐसे गाव मौजूद है, जिनका विकास होना अभी बाकी है.
सांसद आदर्श ग्राम योजना के उद्देश्य
आदर्श ग्राम योजना ले उद्देश्य निम्न बाते शामिल है :
इस योजना का मुख्य उद्देश्य उस गाव का पूर्ण विकास है, जिसे इस योजना के अंतर्गत आदर्श ग्राम बनाने के लिए चुना गया है. और उस गाव मे सरकार द्वारा लागू की गयी और उस गाव द्वारा बनाई गयी विशेष योजना का पूर्ण उपयोग करना है.
इस योजना का दूसरा उद्देश्य इस योजना के अंतर्गत विकसित हुये ग्राम को देखकर अन्य ग्रामो को विकास के लिए उत्साहित करना है .
सांसद आदर्श ग्राम योजना की प्लानिंग
इस योजना के अंतर्गत 2016 तक हर सांसद को एक आदर्श गाव तैयार करना है, फिर इसी की तर्ज पर सन 2019 तक 2 और ग्राम तैयार करने है. फिर हर वर्ष हर सांसद को एक आदर्श ग्राम तैयार करना है . अगर देश मे मौजूद 800 सांसद 2019 तक अगर तीन-तीन आदर्श ग्राम तैयार करते है, तो पूरे देश मे 2400 आदर्श ग्राम तैयार हो जाते है और यह काफी बड़ा आकडा है. और यदि इसमे उस क्षेत्र के विधायकों को भी शामिल किया जाता है, तो यह आकडा 6 से 7 हजार तक पहुच जाएगा .
सांसद आदर्श ग्राम को लेकर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की योजना
अपने आदर्श ग्राम की प्रगति के लिए हर सांसद को आने वाली हर सरकारी योजना और लाभ से अपने गाव को परिचित करना है, ताकि वे इसका उपयोग करके अपना और अपने गाव का विकास कर सके. ऐसा जरूरी नहीं है कि गाव मे छोटे छोटे कामो और छोटी छोटी बातो को ध्यान रखकर भी गाव का विकास किया जा सकता है.
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के अनुसार कुछ चीजे जो आदर्श ग्राम मे होनी चाहिये या हो सकती है :
गाव मे एक स्कूल होना चाहिये, वहा के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले तथा उच्च शिक्षा के लिए बच्चे लॉन्ग डिस्टेन्स एडुकेशन को लेकर सचेत हो.
गाव मे अच्छा और पक्का ग्राम पंचायत भवन होना चाहिये, गाव का अच्छा चौपाल हो, जहा लोग इकट्ठे हो सके| गाव मे धार्मिक स्थल होना चाहिये, जिसकी नियमित सफाई हो.
अगर गाव मे कुछ गर्भवती महिलाए हो, जो सम्पूर्ण आहार न मिलने के कारण कुपोषित बच्चे को जन्म देती है, उन्हे सम्पूर्ण आहार कुछ महीनो के लिए गाव के द्वारा दिया जाए, जिससे वे स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सके.
गाव मे गोबर गैस के लिए एक सार्वजनिक संयंत्र बनाया जाना चाहिये, जिसमे सभी लोग अपने पशुओ का गोबर एकत्रित करे और बदले मे उन्हे गोबर गैस मिल सके और समय और जरूरत पढ़ने पर उनके द्वारा दिये गए गोबर के एवज मे खाद दी जाए. इस तरह गाव मे सफाई भी रहेगी और गाव की महिलाए ईंधन से उठने वाले धुए से भी सुरक्षित रहेगी.
गाव मे खुशी या अन्य किसी अवसर पर होने वाले भोज को सार्वजनिक रूप से स्कूल मे मिड डे मिल के समय मिठाई वितरन या अन्य किसी आवश्यक चीज से परिवर्तित किया जा सकता है.
गाव के किसानो को पानी के अभाव मे खेती की इरीगेशन तकनीक से अवगत कराया जाए.
सांसद आदर्श ग्राम योजना के लिए फंड :
किसी भी चीज के विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज है पैसा और उससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण है कि ये पैसा कहा से एकत्र किया जाए. सांसद आदर्श ग्राम योजना के लिए आय के स्त्रोत :
इस योजना के लिए राशी अन्य योजनाओ जैसे इंद्रा गाँधी आवास योजना, प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना, महात्मा गाँधी रोजगार गेरेंटी योजना और अन्य योजनाओ से एकत्रित की जा सकती है.
संसद के सदस्यो को लोकल एरिया के विकास के लिए जो राशी प्राप्त होती है, उसका इस्तेमाल भी इसमे किया जा सकता है .
ग्राम पंचायत का स्वयं का जो रेवेन्यू है, उसका इस्तेमाल भी इस योजना के अंतर्गत किया जा सकता है.
कॉर्पोरेट सोश्ल रेस्पॉन्सिबिलिटी फ़ंड का उपयोग भी इस योजना के अंतर्गत किया जा सकता है.
सेंट्रल और स्टेट कमीशन से जो ग्रांटेड फ़ंड होता है, उसका उपयोग भी इस योजना के अंतर्गत किया जा सकता है.
इस योजना के अंतर्गत आने वाली अधिकतर जानकारी हमने आप तक पहुचाने का प्रयास किया है| आशा करते है कि आपको यह आर्टिक्ल पसंद आया होगा.