Tag: Dharmik kathaye Hindi
शनि की महत्ता Shani Ki Mahatta एक समय स्वर्गलोक में सबसे बड़ा कौन के प्रश्न को लेकर सभी देवताओं में वाद-विवाद प्रारम्भ हुआ और फिर परस्पर भयंकर युद्ध की …
हनुमान जी और भीम Hanuman Ji Aur Bhim भीम को यह अभिमान हो गया था कि संसार में मुझसे अधिक बलवान कोई और नहीं है। सौ हाथियों का बल …
दानवीर कर्ण Danveer Karn कर्ण कुंती का पुत्र था। पाण्डु के साथ कुंती का विवाह होने से पहले ही इसका जन्म हो चुका था। लोक-लज्जा के कारण उसने यह …
मायावी घटोत्कच Mayavi Ghatotkach भीमसेन का विवाह हिडिंबा नाम की एक राक्षसी के साथ भी हुआ था। वह भीमसेन पर आसक्त हो गई थी और उसने स्वयं आकर माता …
अर्जुन का अहंकार Arjun Ka Ahankar एक बार अर्जुन को अहंकार हो गया कि वही भगवान के सबसे बड़े भक्त हैं। उनकी इस भावना को श्रीकृष्ण ने समझ लिया। …
कर्ण की दानवीरता Karan Ki Danvirta महाभारत के युद्ध का सत्रहवां दिन समाप्त हो गया था। महारथी कर्ण रणभूमि में गिर चुके थे। पांडव-शिविर में आनंदोत्सव हो रहा था। …
राधा – कृष्ण विवाह Radha – Krishan Vivah हम में से बहुत से लोग यही जानते हैं कि राधाजी श्रीकृष्ण की प्रेयसी थीं परन्तु इनका विवाह नहीं हुआ था। …
धर्मराज को श्राप Dhramraj ko Shrap एक धर्मात्मा ब्राह्मण थे, उनका नाम मांडव्य था। वे बड़े सदाचारी और तपोनिष्ठ थे। संसार के सुखों और भोगों से दूर वन में …