Tag: Hindi Moral Stories
अनमोल रत्न Anmol Ratan यूनान के महात्मा अफलातून ने मरते समय अपने बच्चों को बुलाया और कहा – मैं तुम्हें चार-चार रत्न देकर मरना चाहता हूं। आशा है, …
अक्ल का लोहा Akal ka loha अकबर-बीरबल निकले यात्रा पर ईरान, रुके वह वहां के नवाब के बनकर मेहमान। दो दिन रूके वह दोनों, खूब हुई खातिरदारी, फिर …
वस्तु का मूल्य Vastu ka mulya जौनपुर में एक धनवान आदमी रहता था। उसके पास एक प्राचीन स्वर्ण पात्र था। वह सोचता था कि जब कोई …
लालच से दूर रहो Lalach se door raho बहुत पुरानी बात है। कंचनपुर के एक धनी व्यापारी के रसोईघर में एक कबूतर ने घोंसला बनाया हुआ था। एक …
अकल की दुकान Akal ki dukan एक था रौनक। जैसा नाम वैसा रूप। अकल में भी उसका मुकाबला कोई नहीं कर सकता था। एक दिन उसने घर के …
अपना दीपक बनो Apna dipak bano दो यात्री धर्मशाला में ठहरे हुए थे। एक दीप बेचने वाला आया। एक यात्री ने दीप खरीद लिया। दूसरे ने सोचा, …
सज्जन और दुर्जन Sajjan aur durjan यह मनुष्य का स्वाभाविक गुण है कि वह दूसरे लोगों में भी अपने अनुसार गुण अथवा दोष देख लेता है। एक बार …
रोटी का सफर Rati safar मां मुझे रोटी दो। अरे बेटा आकर ले जाओ। ठीक है। अक्षत ने कहा। पर यह क्या हुआ, जैसे मैं रोटी लेने जा …