Tag: Hindi Moral Stories
धरती की ममता Dharti ki mamta सन 1918 की गर्मियों की एक रात को एक मछुवे ने स्विट्जरलैण्ड के छोटे–से विलेन्व्यू कस्बे के पास जिनेवा झील में अपनी नाव …
कोलूशा Koshula कब्रिस्तान के मुफलिसों के घेरे में पत्तियों से ढकी और बारिश तथा हवा में ढेर बनी समाधियों के बीच एक सूतीपोशाक पहने और सिर पर काला दुशाला …
एक थैला सीमेंट Ek Thela ciment योशिजो सीमेंट के थैले खाली कर रहा था। अपने शरीर के अधिकतर अंगों को वह किसी तरह सीमेंट की धूल से बचाये हुए …
गिरगिट Girgit पुलिस का दारोगा ओचुमेलोव नया ओवरकोट पहने, बगल में एक बण्डल दबाये बाजार के चौक से गुजर रहा था। उसके पीछे-पीछे लाल बालोंवाला पुलिस का एक सिपाही …
वह अभागा Vah Abhaga चीन के दूसरे भागों की भांति ल्यूचेन में शराब की दुकानों नहीं हैं। उन सब पर सड़क की ओर मुंह किये काउण्टर हैं। वहां पर …
प्रवासी चिड़िया Pravasi Chidiya वाह! आप रास्ते में मिल गये! मैं स्वयं आपके पास पहुंचने वाला था। नहीं, कोई खास बात नहीं है। आपसे गपशप करने का मन …
ताबूतसाज Tabutsaj ताबूतसाज आद्रियान प्रोखोरोव के घरेलू सामान की आखिरी चीजें भी गाड़ी पर लद गयीं मे जुते मरियल घोड़ों की जोड़ी ने चौथी बार सस्मान्नाया गली से निकीत्स्काया …
दु:ख का वह जीवित स्मारक Dukh ka vah jivit smarak अपने ग्राम्य निवास के दिनों में मैं पुरातन देहाती में प्राय: जाया करता था। वहां के सत्संग में एक …