Tag: Hindi Moral Stories
अलग्योझा Algyojha भोला महतो ने पहली स्त्री के मर जाने बाद दूसरी सगाई की, तो उसके लड़के रग्घू के लिए बुरे दिन आ गए। रग्घू की उम्र उस समय …
ईदगाह Eidgah रमजान के पूरे तीस रोजों के बाद ईद आयी है। कितना मनोहर, कितना सुहावना प्रभाव है। वृक्षों पर अजीब हरियाली है, खेतों में कुछ अजीब रौनक है, …
माँ Maa आज बन्दी छूटकर घर आ रहा है। करुणा ने एक दिन पहले ही घर लीप-पोत रखा था। इन तीन वर्षो में उसने कठिन तपस्या करके जो …
होली का उपहार Holi ka uphar होली का उपहार प्रेमचंद मैकूलाल अमरकान्त के घर शतरंज खेलने आये, तो देखा, वह कहीं बाहर जाने की तैयारी कर रहे हैं। पूछा-कहीं …
सैलानी बंदर Selani bander सैलानी बंदर प्रेमचंद जीवनदास नाम का एक गरीब मदारी अपने बन्दर मन्नू को नचाकर अपनी जीविका चलाया करता था। वह और उसकी स्त्री बुधिया दोनों …
सांसारिक प्रेम और देश प्रेम Sansarik Prem aur desh prem सांसारिक प्रेम और देश प्रेम प्रेमचंद शहर लन्दन के एक पुराने टूटे-फूटे होटल में जहाँ शाम ही से अँधेरा …
शोक का पुरस्कार Shok ka puraskar शोक का पुरस्कार प्रेमचंद आज तीन दिन गुज़र गये। शाम का वक्त था। मैं युनिवर्सिटी हॉल से खुश-खुश चला आ रहा था। …
शेख़ मख़मूर Shekh Makhmoor शेख़ मख़मूर प्रेमचंद मुल्के जन्नतनिशाँ के इतिहास में बहुत अँधेरा वक़्त था जब शाह किशवर की फ़तहों की बाढ़ बड़े ज़ोर-शोर के साथ उस पर …