Tag: Hindi Moral Stories
सन्तुष्ट व्यक्ति के लिए उपहार Santusht vyakti ke liye uphar एक दिन तेनाली राम बडी प्रसन्न मुद्रा में दरबार में आया। उसने बहुत अच्छे कपडे और गहने पहन …
लोभ विनाश का कारण है Lobh vinash ka karan he एक नगर में एक सन्यासी रहता था। वह नगर में भिक्षा माँगकर गुजारा करता था। भिक्षा में मिले अन्न …
राज्य में उत्सव Tenali Ram aur Rajya me utsav एक बार राजा कृष्णदेव राय ने अपने दरबार में कहा, “नया वर्ष आरम्भ होने वाला है। मैं चाहता हूं कि …
रंग-बिरंगे नाखून Tenali Ram aur rang birange nakhun सभी जानते हैं कि राजा कॄष्णदेव राय पशु-पक्षियों से बहुते प्यार करते थे। एक दिन एक बहेलिया राजदरबार में आया। उसके …
रंग-बिरंगी मिठाइयॉ Tenali Ram aur rang birangi mithaiya बसन्त् ॠतु छाई हुई थी। राजा कॄष्णदेव राय बहुत ही प्रसन्न थे। वे तेनाली राम के साथ बाग में टहल रहे …
मौत की सजा Tenali Ram aur Maut ki saja बीजापुर के सुल्तान इस्माइल आदिलशाह को डर था कि राजा कृष्णदेव राय अपने प्रदेश रायचूर और मदकल को वापस लेने …
मॄत्युदण्ड की धमकी Tenali Ram aur Mrithudand ki dhamki थट्टाचारी कॄष्णदेव राय के दरबार में राजगुरु थे। वह तेनाली राम से बहुत ईर्ष्या करते थे। उन्हें जब भी मौका …
मूर्खों का साथ हमेशा दुखदायी Murakho ka sath hamesha dukhdayi विजयनगर के राजा कृष्णदेव राय जहाँ कहीं भी जाते, जब भी जाते, अपने साथ हमेशा तेनालीराम को जरूर ले …