Tag: Hindi Poems
बाल-गीत Baal geet इस पर्वत के पार एक नीलमवाली घाटी है, परियां आती रोज जहां पर संध्या और सकारे! आज चलो इस कोलाहल से दूर प्रकृति से मिलने …
अरण्य-मन Arnay man अब तो महाभारत व्यतीत हुआ! छोड़ गया और भी अकेली जो समझा धोखा था, बची सिर्फ़ थकन और पछतावे भरा मन . झूठ औऱ सच …
मोहे टी.वी. मँगाय दे Mohe tv mangaye de मोहे टी.वी. मँगाय दे मैं टिविया पे राजी! जा पै होइ रँगवारो टीवी करौं ओही से सादी! काला और सुपेद …
एक मिट्टी का खिलौना Ek mitti ka khilona एक मिट्टी का खिलौना जिन्दगी, ढालने को जन्म भी तैयार है, खेलने को मौत भी तैयार! चार साँसें, एक आँसू, …
मोरी जोत ना धुँधुआय Mori jot na Chunchuay पीछे छूटि गई सारी भीर-भार! अब तो उतरि गो सैलाब, जी में काहे की हरास, लै जात नहीं केऊ का …
वटकथा Vatkatha मैं जाती थी वर्ष में एक बार,उस छाँह को छूने उसके नीचे बिताये दिन फिर से जीने, और पूरे साल की ऊर्जा मिल जाती थी मुझे …
चुप्पै रहि लेत हौं Chuppe rahi let haa बिटवा को माय ने बिगारि दियो कइस दुइ बच्चन को बाप ह्वै छटूलो बनो जात है! का कहै मरद जात …
अक्षरा Akshara तुम प्रतिष्ठित रहो सुयश प्रदायिनी बन हृदय में निष्ठा स्वरूप बसो निरंतर! प्रभा बन सुविकीर्ण प्रतिपल नयन में हो बन अचल विश्वास अंतर में समाओ, समर्पित …