Tag: Hindi Poems
याद तुम्हारी आती है Yaad tumhari aati he जब पलकें झपका कर नभ में तारे हँसते, तब मेरे मन को याद तुम्हारी आती है! जब झूम-झूम उठते फूलों …
शब्द मेरे हैं Shabd mere he शब्द मेरे हैं अर्थ मैंने ही दिये ये शब्द मेरे हैं! व्यक्ति औ अभिव्यक्ति को एकात्म करते जो , यों कि मेरे …
अग्नि-संभवा Agni Sambhava कृष्ण ,मेरे मीत! अग्नि संभव द्रौपदी मैं खड़ी अविचल! जल रही अनुताप में , उद्दीप्त पल-पल, क्षुब्ध और! अशान्त! तुम तपन झेलो ,न कोई और! …
मास्टर की छोरी Master ki chori विद्या का दान चले , जहाँ खुले हाथ , कन्या तो और भी सरस्वती की जात! और सिर पर पिता मास्टर का …
मुक्ति Mukti कोई एहसान नहीं किया हमने तुम पर! यह तो तुम्हारा अधिकार था और हमारा कर्तव्य! पीढियों का ऋण चढा था जो हम पर , उतार, दिया …
मछुआरा Machuara मछुआरा फिर से जाल समेटेगा! हो सावधान री, प्राणों की मछली , तू कितनी बार बची आई ,फिसली , हर बार नहीं बच पाता कोई भी …
धरती का आकर्षषण Dharti ka akarshan मैं इसको छोड़ कहाँ जाऊँ ,इस धरती का आकर्षण है! ऊँचे पर्वत , गहरे सागर ,ये वन सरितायें ,ग्राम-नगर ऋतुओं के नित-नित …
विपथगा Vipathga प्राणों में जलती आग , हृदय में यग-युग का वेदना-भार , नयनों मे पानी ,अधरों पर चिर-हास लिये! मैं चली वहाँ से जहाँ न थी पथ …