Tag: Hindi Poems

Hindi Poem of Pratibha Saksena “  Budhi jivi”,” बुद्धिजीवी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

बुद्धिजीवी  Budhi jivi   तर्कों के तीरों की कमी नहीं तरकस में, बुद्धि के प्रयोगों की खुली छूट वाले हैं, छोटी सी बात बड़ी दूर तलक खींचते, राई का …

Hindi Poem of Pratibha Saksena “  Bhiksha dehi”,” भिक्षां देहि” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

भिक्षां देहि  Bhiksha dehi   (माँ भारती अपने पुत्रों से भिक्षा माँग रही है- समय का फेर!) रीत रहा शब्द कोश, छीजता भंडार. बाधित स्वर, विकल बोल, जीर्ण वस्त्र …

Hindi Poem of Pratibha Saksena “  Me tumhari prarthna hu”,” मैं तुम्हारी प्रार्थना हूँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मैं तुम्हारी प्रार्थना हूँ  Me tumhari prarthna hu   स्वर मुझे दो, मैं तुम्हारी प्रार्थना हूँ . भाव में डूबे अगम्य अगाध होकर व्याप जाने दो हवाओं की छुअन …

Hindi Poem of Pratibha Saksena “  Shabd hi he mantra”,” शब्द ही हैं मन्त्र” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

शब्द ही हैं मन्त्र  Shabd hi he mantra   झील में वे हंस से तिरते शिकारे, अप्सराएँ नाव फूलों से सँवारे! घाटियों में भर कुहासा, कुहुक पढ़तीं एक माया-लोक …

Hindi Poem of Pratibha Saksena “  Suno Kabir”,” सुनो कबीर!” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सुनो कबीर!  Suno Kabir   एक नन्हीं-सी ज्योति! माटी में आँचल में अँकुआता बीज, काल -धारा में बहे जा रहे जीवन को निरंतरता की रज्जु में बाँधता. भंगुर-से तन …

Hindi Poem of Pratibha Saksena “  Suraj der se nikla”,” सूरज देर से निकला” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सूरज देर से निकला  Suraj der se nikla   आज सूरज रोज से कुछ देर से निकला! लो, तुम्हारी हो गई सच बात, सूरज देर से निकला! कुछ लगा …

Hindi Poem of Pratibha Saksena “  Sandharheen”,”संदर्भहीन” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

संदर्भहीन  Sandharheen   सपनों जैसे नयनों में झलक दिखा जाते कैसे होंगे सरिता तट, वे झाऊ के वन! घासों के नन्हें फूल उगे होंगे तट पर, रेतियाँ कसमसा पग-तल …

Hindi Poem of Pratibha Saksena “  Chinar ke pattea”,”चिनार के पत्ते” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

चिनार के पत्ते  Chinar ke patte   उड़ आए तूफ़ानी हवाओं के साथ, ये चिनार के पत्ते! बर्फ़ की सफ़ेद चादर पर जगह -जगह ख़ून के धब्बे! उसी लहू …