Tag: Hindi Poems
रेख़्ता Rakhta (एक) लोग हिलाले-शाम से बढ़कर पल में माहे-तमाम हुए हम हर बुर्ज में घटते-घटते सुबह तलक गुमनाम हुए उन लोगों की बात करो जो इश्क में खुश-अंजाम …
एक लड़का Ek ladka एक छोटा-सा लड़का था मैं जिन दिनों एक मेले में पंहुचा हुमकता हुआ जी मचलता था एक-एक शै पर मगर जेब खाली थी कुछ मोल …
शिप्रा की लहरें Shipra ki lahar लहर स्वर में गूँजती अविरल,तरल बन किस अमर संगीत की प्रतिध्वनि अमर हो,! बाजती रहती अनश्वर रागिनी कलकल स्वरों मे चिर- मधुर …
शम्भू की बारात Shambhi ki barat लो, चली ये शंभु की बारात! आज गौरी वरेंगी जगदीश्वर को, चल दिये है ब्याहने अद्भुत बराती साथ . चढ़े बसहा चले …
कबित्त (कवित्त) Kavita (एक) जले तो जलाओ गोरी,पीत का अलाव गोरी अभी न बुझाओ गोरी, अभी से बुझाओ ना । पीत में बिजोग भी है, कामना का सोग भी …
रति-विलाप Riti vilap होगए उन्मन अचानक शंभु हुई समाधि खंडित. कुछ नए आभास अंतर्मुखी मन का चेत जागा. खुल गये अरुणाभ लोचन देखते अति चकित-विस्मित अपरिचित दृष्यावली अंकित, …
उस शाम वो रुख़सत का समा Us sham vo rukhsat ka sama उस शाम वो रुख़सत का समाँ याद रहेगा वो शहर, वो कूचा, वो मकाँ याद रहेगा वो …
कमर बांधे हुए चलने पे यां सब यार बैठे हैं Kamar bandhe hue chalne pe ya sab yaar bethe he कमर बांधे हुए चलने पे यां सब यार बैठे …