Tag: Hindi Poems

Hindi Poem of Ibne Insha “Rakhta”,”रेख़्ता” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

रेख़्ता  Rakhta (एक) लोग हिलाले-शाम से बढ़कर पल में माहे-तमाम हुए हम हर बुर्ज में घटते-घटते सुबह तलक गुमनाम हुए उन लोगों की बात करो जो इश्क में खुश-अंजाम …

Hindi Poem of Ibne Insha “Ek ladka”,”एक लड़का” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

एक लड़का  Ek ladka एक छोटा-सा लड़का था मैं जिन दिनों एक मेले में पंहुचा हुमकता हुआ जी मचलता था एक-एक शै पर मगर जेब खाली थी कुछ मोल …

Hindi Poem of Pratibha Saksena “  Shipra ki lahar”,” शिप्रा की लहरें” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

शिप्रा की लहरें  Shipra ki lahar   लहर स्वर में गूँजती अविरल,तरल बन किस अमर संगीत की प्रतिध्वनि अमर हो,! बाजती रहती अनश्वर रागिनी कलकल स्वरों मे चिर- मधुर …

Hindi Poem of Pratibha Saksena “  Shambhi ki barat”,”शम्भू की बारात” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

शम्भू की बारात  Shambhi ki barat   लो, चली ये शंभु की बारात! आज गौरी वरेंगी जगदीश्वर को, चल दिये है ब्याहने अद्भुत बराती साथ . चढ़े बसहा चले …

Hindi Poem of Ibne Insha “Kavita”,”कबित्त (कवित्त)” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

कबित्त (कवित्त)  Kavita (एक) जले तो जलाओ गोरी,पीत का अलाव गोरी अभी न बुझाओ गोरी, अभी से बुझाओ ना । पीत में बिजोग भी है, कामना का सोग भी …

Hindi Poem of Pratibha Saksena “  Riti vilap”,” रति-विलाप” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

रति-विलाप  Riti vilap   होगए उन्मन अचानक शंभु हुई समाधि खंडित. कुछ नए आभास अंतर्मुखी मन का चेत जागा. खुल गये अरुणाभ लोचन देखते अति चकित-विस्मित अपरिचित दृष्यावली अंकित, …

Hindi Poem of Ibne Insha “Us sham vo rukhsat ka sama”,”उस शाम वो रुख़सत का समा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

उस शाम वो रुख़सत का समा  Us sham vo rukhsat ka sama उस शाम वो रुख़सत का समाँ याद रहेगा वो शहर, वो कूचा, वो मकाँ याद रहेगा वो …