Tag: Hindi Poems
नीलम घाटी की पुकार Nilam ghati ki pukar लाख भुलाऊँ नहीं भूलती मित्रों, एक कहानी, मन को थोड़ा हलका कर लूँ कह कर उसे ज़ुबानी. पहले मेरे साथ …
इंतज़ार की रात Intjar ki rat उमड़ते आते हैं शाम के साये दम-ब-दम बढ़ रही है तारीकी एक दुनिया उदास है लेकिन कुछ से कुछ सोचकर दिले-वहशी मुस्कराने लगा …
उज्जयिनी से Ujjyini se खींचता मुझको सदा उस पुण्य-भू मे, कौन सा अज्ञात आकर्षण न जाने, बीत कर भी टेरता है विगत मुझको कौन सा मधुमास सोया है …
कल चौदहवीं की रात थी शब भर रहा चर्चा तेरा Kal chodhvi ki raat thi sab bhar raha charcha tera कल चौदहवीं की रात थी शब भर रहा चर्चा …
साए से Saye se क्यों मेरे साथ-साथ आता है? मेरी मंज़िल है बेनिशाँ नादाँ साथ मेरा-तेरा कहाँ नादाँ थक गए पाँव पड़ गए छाले मंज़िलें टिमटिमा रही हैं – …
देख हमारे माथे पर Dekh hamare mathe par देख हमारे माथे पर ये दश्त-ए-तलब की धूल मियां हम से है तेरा दर्द का नाता, देख हमें मत भूल मियां …
प्रेम: एक परिभाषा Prem ek paribhasha प्रेम क्या किसी मृदूष्ण स्पर्श का भिखारी? प्रेम वो प्रपात गीत दिवारात गा रहा अशान्त प्रेम आत्म-विस्मृत पर लक्ष्य-च्युत शिकारी । प्रेम …
लोग पूछेंगे Log puchenge लोग पूछेंगे क्यों उदास हो तुम और जो दिल में आए सो कहियो “यूँ ही माहौल की गिरानी है दिन ख़िज़ाँ के ज़रा उदास-से हैं …