Tag: Hindi Poems
राही से Rahi se इस मुसाफ़िरी का कुछ न ठिकाना भइया! याँ हार बन गया अदना दाना, भइया । है पता न कितनी और दूर है मंज़िल हम …
अपने हमराह जो आते हो इधर से पहले Apne humrah jo aate ho idhar se pahle अपने हमराह जो आते हो इधर से पहले| दश्त पड़ता है मियां इश्क़ …
अ-परंपरित Aparamparit चंद, तुम भाट थे, तुलसी तुम भक्त भूषण, तुम चारण थे, कबिरा अनासक्त भारतेंदु दानी थे, रईस थे पंत और निराला उन्नीस-बीस थे माखनलाल, गुप्तबंधु राष्ट्र …
इक बार कहो तुम मेरी हो Ek bar kaho tum meri ho हम घूम चुके बस्ती-बन में इक आस का फाँस लिए मन में कोई साजन हो, कोई प्यारा …
चाँद गोरी के घर Chand gori ke ghar चाँद गोरी के घर बारात ले के आ गोरी ओट में खड़ी है सौगात ले के आ जो कभी ना …
अर्श के तारे तोड़ के लाएँ काविश लोग हजार करें Arsh ke tare tod ke laye kavish log hajar kare अर्श के तारे तोड़ के लाएँ काविश लोग हजार …
जावेद का ख़त…लखनऊ से Javed ka khat lucknow se लाहौर के उस पहले ज़िले के, दो परगना में पहुँचे रेशम गली के, दूजे कूचे के, चौथे मकाँ में …
मेरा रँग दे बसन्ती चोला Mera tang de basanti chola मेरा रँग दे बसन्ती चोला, माई… मेरे चोले में तेरे माथे का पसीना है और थोड़ी सी तेरे …