Tag: Hindi Poems
और तो कोई बस न चलेगा हिज्र के दर्द के मारों का Aur to koi bas na chalega hij ke dard ke maro ka और तो कोई बस न …
शाम के साहिल से उठकर चल दिए Sham ke sahil se uthkar chal diye शाम के साहिल से उठकर चल दिए दिन समेटा, रात के घर चल दिए। …
रे मन समझ Re man samajh रे मन, समझ मौज़ूद सच! इस आन्तरिक भूचाल में रस-गंध की मत बात कर झरते हुए दिक्काल में । उद्दीपनों की बाढ़ …
एक छोटा सा लड़का था मैं जिन दिनों Ek chota sa ladka tha me jin dino एक छोटा सा लड़का था मैं जिन दिनों एक मेले में पहुंचा हुमकता …
जाने कब से है मिरे कांधों पर Jane kab se he mere kandho par जाने कब से हैं मिरे काँधों पर हाथ किसके हैं मिरे काँधों पर? गुज़री …
कल चौंदहवीं की रात थी शब भर रहा चर्चा तिरा Kal chodvi ki rat thi shab bhar raha charcha tera कल चौंदहवीं की रात थी शब भर रहा चर्चा …
सरोवर है श्वसन में Sarovar he swasan me सरोवर है शवासन में! हवा व्याकुल गंध कन्धों पर धरे वृक्ष तट के बौखलाहट से भरे । मूढ़ता-सी छा रही …
जाने तू क्या ढूँढ रहा है बस्ती में वीराने में Jane tu kya dhund raha he basti me virane me जाने तू क्या ढूँढ रहा है बस्ती में वीराने …