Tag: Hindi Poems
राज़ कहाँ तक राज़ रहेगा मंज़र-ए-आम पे आएगा Raaz kaha tak raaz rahega manzar e aam pe ayega राज़ कहाँ तक राज़ रहेगा मंज़र-ए-आम पे आएगा जी का दाग़ …
भूल जाओ वामन Bhul jao vaman नहीं काट सकते अतल में धँसी मेरी जड़ों को तुम्हारी नैतिकता के जंग लगे भोथरे हथियार मत आँको मेरा मूल्य धरती आकाश …
एक पैगाम आकाश के नाम Ek Pegam aakash ke naam आकाश! कब तक ओढ़ोगे परंपरा की पुरानी चादर, ढोते रहोगे व्यापक होने का झूठा दंभ, तुम्हारा उद्देश्यहीन विस्तार …
देख हमारी दीद के कारण कैसा क़ाबिल-ए-दीद हुआ Dekh hamari deed ke karan kesa kabil e deed hua देख हमारी दीद के कारण कैसा क़ाबिल-ए-दीद हुआ एक सितारा बैठे …
याचना Yachana पुरवा! जब मेरे देश जाना मेरी चंदन माटी की गंध अपनी साँसों में भर लेना, नाप लेना मेरे पोखर मेरे तालाब की थाह कहीं वे सूखे …
कविता Kavita शब्दों के जोड़-तोड़ से गणित की तरह हल की जा रही है जो वह कविता नहीं है अपनी सामर्थ्य से दूना बोझ उठाते-उठाते चटख गई हैं …
रात के ख़्वाब सुनाएँ किस को रात के ख़्वाब सुहाने थे Raat ke khwab sunaye kis ko raat ke khwab suhane the रात के ख़्वाब सुनाएँ किस को रात …
आधा चैत हुआ Aadha chet hua आधा चैत हुआ कि जैसे पूरा चैत हुआ- सूरज तपा, हवा लू बन लेती है बदन दबोच पंछी आसमान में उड़ते हैं, होता …