Tag: Hindi Poems
प्यार की पाती – राकेश खंडेलवाल Pyar ki pati – Rakesh Khandelwal लिखी है पाँखुरी पर ओस से जो भोर ने आकर तुम्हारे नाम भेजी थी वो मैने …
गंध की परछाईयाँ – राकेश खंडेलवाल Gandh ki parchaiya – Rakesh Khandelwal गंध की परछाईयों के बन के अनुचर रह गये हम अब नही संभव रहा हम राह …
गीत तो मेरे अधर पर – राकेश खंडेलवाल Geet to mere adhar par – Rakesh Khandelwal गीत तो मेरे अधर पर रोज ही मचले सुनयने पर तुम्हारे स्पर्श …
दहलीज का पत्थर – राकेश खंडेलवाल Dahleej ka pathar – Rakesh Khandelwal शुक्रिया, दहलीज का पत्थर मुझे तुमने बनाया है सुनिश्चित अब तुम्हारे पांव की रज पा सकूँगा …
गीत तेरे होंठ पर – राकेश खंडेलवाल Geet rete honth par – Rakesh Khandelwal गीत तेरे होंठ पर खुद ही मचलने लग पड़ें आ इसलिये हर भाष्य को …
आस्था – राकेश खंडेलवाल Aastha – Rakesh Khandelwal हमने सिन्दूर में पत्थरों को रँगा मान्यता दी बिठा बरगदों के तले भोर, अभिषेक किरणों से करते रहे घी के …
जैसे छंद गीत में रहता – राकेश खंडेलवाल Jaise chand geet mein rehta – Rakesh Khandelwal जैसे छंद गीत में रहता, मंदिर में रहता गंगाजल मीत बसे हो …
होली – राकेश खंडेलवाल Holi – Rakesh Khandelwal न बजती बाँसुरी कोई न खनके पांव की पायल न खेतों में लहरता है किसी का टेसुआ आँचल् न कलियां …