Tag: Hindi Poems
नव सुमंगल गीत गाएँ -अजय पाठक Nav Sumangal geet gaye – Ajay Pathak रिश्मयों को आज फिर, आकर अंधेरा छल न जाए, और सपनों का सवेरा, व्यर्थ् हो …
यामिनी गाती है -अजय पाठक Yamini Gati hai – Ajay Pathak प्रिय सुनो! यामिनी गाती है। तारों का झिलमिल पहन वसन नीरवता लेकर गहन-गहन कोमल-सी मधुमय वाणी में, …
मौन हो गए -अजय पाठक Mon ho gye – Ajay Pathak अक्षर-अक्षर मौन हो गए, मौन हुआ संगीत परदेसी के साथ गया है, जब से मन का मीत। …
भोर तक -अजय पाठक Bhor tak – Ajay Pathak एक आशा जगाती रही भोर तक, चाँदनी मुस्कुराती रही भोर तक। माधुरी-सी महकती रही यामिनी, और मन को जलाती …
बादल का पानी -अजय पाठक Badal ka pani – Ajay Pathak बरस गया बादल का पानी! बिजली चमकी दूर गगन में, कंपन होते प्राण भवन में, तरल-तरल कर गई …
पुरुषार्थ -अजय पाठक Purusharth – Ajay Pathak मानवता के आदर्शों का जो सम्मान करें पुरुष वही जो दानवता का, मर्दन-मान करें। धरती पर वैसे तो कितने आते हैं, …
चिरैया धीरे धीरे बोल -अजय पाठक Chireya dhire dhire bol – Ajay Pathak चिरइया, धीरे-धीरे बोल! अंतर्मन के अध्यायों के पन्नों को मत खोल। अभी-अभी तो अपनी आँखें …
चारों धाम नहीं -अजय पाठक Charo dham Nahi – Ajay Pathak रिश्तों में अब आदर्शों का कोई काम नहीं वह भी राधा नहीं रही और हम भी श्याम …