Tag: Hindi Poems
बसन्तोत्सव -भगवतीचरण वर्मा Bsantotsav -Bhagwati Charan Verma मस्ती से भरके जबकि हवा सौरभ से बरबस उलझ पड़ी तब उलझ पड़ा मेरा सपना कुछ नये-नये अरमानों से; गेंदा फूला …
अज्ञात देश से आना -भगवतीचरण वर्मा Agyat Desh se aana -Bhagwati Charan Verma मैं कब से ढूँढ़ रहा हूँ अपने प्रकाश की रेखा तम के तट पर अंकित है …
तुम सुधि बन-बनकर बार-बार -भगवतीचरण वर्मा Tum Sudhi ban banker baar-baar -Bhagwati Charan Verma तुम सुधि बन-बनकर बार-बार क्यों कर जाती हो प्यार मुझे? फिर विस्मृति बन तन्मयता का …
कुछ सुन लें, कुछ अपनी कह लें -भगवतीचरण वर्मा Kuch Sun Le Kuch apne kah le -Bhagwati Charan Verma कुछ सुन लें, कुछ अपनी कह लें । जीवन-सरिता …
मापदण्ड बदलो – दुष्यंत कुमार Mapdand badlo – Dushyant Kumar मेरी प्रगति या अगति का यह मापदण्ड बदलो तुम, जुए के पत्ते-सा मैं अभी अनिश्चित हूँ । मुझ …
फिर कर लेने दो प्यार प्रिये – दुष्यंत कुमार Phir kar lene do pyar priye – Dushyant Kumar अब अंतर में अवसाद नहीं चापल्य नहीं उन्माद नहीं सूना-सूना …
आज सडकों पर – दुष्यंत कुमार Aaj Sadko par – Dushyant Kumar आज सड़कों पर लिखे हैं सैकड़ों नारे न देख, पर अन्धेरा देख तू आकाश के तारे …
आग जलती रहे – दुष्यंत कुमार Aag jalti hare – Dushyant Kumar एक तीखी आँच ने इस जन्म का हर पल छुआ, आता हुआ दिन छुआ हाथों से गुजरता …