Tag: Hindi Poems

Hindi Poem of Gopaldas Neeraj’“Diya Jalta Raha , “दिया जलता रहा ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

दिया जलता रहा -गोपालदास नीरज Diya Jalta Raha –Gopaldas Neeraj जी उठे शायद शलभ इस आस में  रात भर रो रो, दिया जलता रहा।  थक गया जब प्रार्थना का …

Hindi Poem of Gopaldas Neeraj’“Mein Tufano me chane ka aadi Hu , “मैं तूफ़ानों मे चलने का आदी हूं ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

मैं तूफ़ानों मे चलने का आदी हूं -गोपालदास नीरज Mein Tufano me chane ka aadi Hu –Gopaldas Neeraj   मैं तूफ़ानों मे चलने का आदी हूं.. तुम मत मेरी …

Hindi Poem of Kaka Hasrati’“Saare Jaha se Accha , “सारे जहाँ से अच्छा ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

सारे जहाँ से अच्छा – काका हाथरसी Saare Jaha se Accha –Kaka Hasrati   सारे जहाँ से अच्छा है इंडिया हमारा  हम भेड़-बकरी इसके यह गड़ेरिया हमारा  सत्ता की …

Hindi Poem of Kaka Hasrati’“Khatmal Macchar Yudh, “खटमल-मच्छर-युद्ध ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

खटमल-मच्छर-युद्ध – काका हाथरसी Khatmal Macchar Yudh –Kaka Hasrati ‘काका’ वेटिंग रूम में फँसे देहरादून ।  नींद न आई रात भर, मच्छर चूसें खून ॥  मच्छर चूसें खून, देह …

Hindi Poem of Kaka Hasrati’“Air condition Neta , “एअर कंडीशन नेता ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

एअर कंडीशन नेता – काका हाथरसी Air condition Neta –Kaka Hasrati   वंदन कर भारत माता का, गणतंत्र राज्य की बोलो जय।  काका का दर्शन प्राप्त करो, सब पाप-ताप …

Hindi Poem of Kaka Hasrati’“Anushasanhinta Aur Bhashatachar , “अनुशासनहीनता और भ्रष्टाचार ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

अनुशासनहीनता और भ्रष्टाचार – काका हाथरसी Anushasanhinta Aur Bhashatachar –Kaka Hasrati   बिना टिकट के ट्रेन में चले पुत्र बलवीर  जहाँ ‘मूड’ आया वहीं, खींच लई ज़ंजीर  खींच लई …

Hindi Poem of Kaka Hasrati’“Bharashtachar , “भ्रष्टाचार” Complete Poem for Class 10 and Class 12

भ्रष्टाचार – काका हाथरसी Bharashtachar –Kaka Hasrati   राशन की दुकान पर, देख भयंकर भीर ‘क्यू’ में धक्का मारकर, पहुँच गये बलवीर  पहुँच गये बलवीर, ले लिया नंबर पहिला …

Hindi Poem of Kaka Hasrati’“Kuch to Standard banao , “कुछ तो स्टैंडर्ड बनाओ ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

कुछ तो स्टैंडर्ड बनाओ – काका हाथरसी Kuch to Standard banao –Kaka Hasrati   प्रकृति बदलती क्षण-क्षण देखो, बदल रहे अणु, कण-कण देखो| तुम निष्क्रिय से पड़े हुए हो …