Tag: Hindi Poems
मुर्ग़ी और नेता – काका हाथरसी Murgi Aur Neta –Kaka Hasrati नेता अखरोट से बोले किसमिस लाल हुज़ूर हल कीजिये मेरा एक सवाल मेरा एक सवाल, समझ में …
तेली कौ ब्याह – काका हाथरसी Teli ko byah –Kaka Hasrati भोलू तेली गाँव में, करै तेल की सेल गली-गली फेरी करै, ‘तेल लेऊ जी तेल’ ‘तेल लेऊ …
पिल्ला – काका हाथरसी Pilla –Kaka Hasrati पिल्ला बैठा कार में, मानुष ढोवें बोझ भेद न इसका मिल सका, बहुत लगाई खोज बहुत लगाई खोज, रोज़ साबुन से …
पंचभूत – काका हाथरसी Panchbhoot –Kaka Hasrati भाँड़, भतीजा, भानजा, भौजाई, भूपाल पंचभूत की छूत से, बच व्यापार सम्हाल बच व्यापार सम्हाल, बड़े नाज़ुक ये नाते इनको दिया …
मोटी पत्नी – काका हाथरसी Moti Patni –Kaka Hathrasi ढाई मन से कम नहीं, तौल सके तो तौल किसी-किसी के भाग्य में, लिखी ठौस फ़ुटबौल लिखी ठौस फ़ुटबौल, …
सुरा समर्थन – काका हाथरसी Sura Samarthan –Kaka Hasrati भारतीय इतिहास का, कीजे अनुसंधान देव-दनुज-किन्नर सभी, किया सोमरस पान किया सोमरस पान, पियें कवि, लेखक, शायर जो इससे …
घूस माहात्म्य – काका हाथरसी Ghoos Mahatmay –Kaka Hasrati कभी घूस खाई नहीं, किया न भ्रष्टाचार ऐसे भोंदू जीव को बार-बार धिक्कार बार-बार धिक्कार, व्यर्थ है वह व्यापारी …
पुलिस-महिमा – काका हाथरसी Police Mahima –Kaka Hasrati पड़ा – पड़ा क्या कर रहा , रे मूरख नादान दर्पण रख कर सामने , निज स्वरूप पहचान निज स्वरूप …