Tag: Hindi Poems
जितनी बुरी कही जाती है Jitni buri kahi jati he जितनी बुरी कही जाती है उतनी बुरी नहीं है दुनिया बच्चों के स्कूल में शायद तुम से मिली …
दिन सलीक़े से उगा, रात ठिकाने से रही Din salike se uga raat thikane se rahi दिन सलीक़े से उगा रात ठिकाने से रही दोस्ती अपनी भी कुछ …
जब भी किसी ने ख़ुद को सदा दी Jab bhi kisi ne khud ko sada di जब भी किसी ने ख़ुद को सदा दी सन्नाटों में आग लगा …
हर घड़ी ख़ुद से उलझना है मुक़द्दर मेरा Har ghadi khud se ulajhna he mukaddar mera हर घड़ी ख़ुद से उलझना है मुक़द्दर मेरा मैं ही कश्ती हूँ …
हर एक बात को चुप-चाप क्यूँ सुना जाए Har ek baat ko chup chaap kyo suna jaye हर एक बात को चुप-चाप क्यूँ सुना जाए कभी तो हौसला …
होश वालों को ख़बर क्या बेख़ुदी क्या चीज़ है Hosh valo ko khabar kya bekhudi kya cheej he होश वालों को ख़बर क्या बेख़ुदी क्या चीज़ है इश्क़ …
नवीन कल्पना करो Navin kalpana karo निज राष्ट्र के शरीर के सिंगार के लिए तुम कल्पना करो, नवीन कल्पना करो, तुम कल्पना करो। अब देश है स्वतंत्र, मेदिनी स्वतंत्र …
जब किसी से कोई गिला रखना Jab kisi se koi gila rakhna जब किसी से कोई गिला रखना सामने अपने आईना रखना यूँ उजालों से वास्ता रखना शम्मा …