Tag: Hindi Poems

Hindi Poem of Nida Fazli “  Jitni buri kahi jati he”,”जितनी बुरी कही जाती है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जितनी बुरी कही जाती है  Jitni buri kahi jati he   जितनी बुरी कही जाती है उतनी बुरी नहीं है दुनिया बच्चों के स्कूल में शायद तुम से मिली …

Hindi Poem of Nida Fazli “  Din salike se uga raat thikane se rahi”,”दिन सलीक़े से उगा, रात ठिकाने से रही” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

दिन सलीक़े से उगा, रात ठिकाने से रही  Din salike se uga raat thikane se rahi   दिन सलीक़े से उगा रात ठिकाने से रही दोस्ती अपनी भी कुछ …

Hindi Poem of Nida Fazli “ Jab bhi kisi ne khud ko sada di ”,”जब भी किसी ने ख़ुद को सदा दी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जब भी किसी ने ख़ुद को सदा दी Jab bhi kisi ne khud ko sada di    जब भी किसी ने ख़ुद को सदा दी सन्नाटों में आग लगा …

Hindi Poem of Nida Fazli “ Har ghadi khud se ulajhna he mukaddar mera ”,”हर घड़ी ख़ुद से उलझना है मुक़द्दर मेरा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

हर घड़ी ख़ुद से उलझना है मुक़द्दर मेरा Har ghadi khud se ulajhna he mukaddar mera    हर घड़ी ख़ुद से उलझना है मुक़द्दर मेरा मैं ही कश्ती हूँ …

Hindi Poem of Nida Fazli “  Har ek baat ko chup chaap kyo suna jaye”,”हर एक बात को चुप-चाप क्यूँ सुना जाए” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

हर एक बात को चुप-चाप क्यूँ सुना जाए  Har ek baat ko chup chaap kyo suna jaye   हर एक बात को चुप-चाप क्यूँ सुना जाए कभी तो हौसला …

Hindi Poem of Nida Fazli “  Hosh valo ko khabar kya bekhudi kya cheej hea”,”होश वालों को ख़बर क्या बेख़ुदी क्या चीज़ है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

होश वालों को ख़बर क्या बेख़ुदी क्या चीज़ है  Hosh valo ko khabar kya bekhudi kya cheej he   होश वालों को ख़बर क्या बेख़ुदी क्या चीज़ है इश्क़ …

Hindi Poem of Gopal Singh Nepali “Navin kalpana karo”,”नवीन कल्पना करो” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

नवीन कल्पना करो  Navin kalpana karo निज राष्ट्र के शरीर के सिंगार के लिए तुम कल्पना करो, नवीन कल्पना करो, तुम कल्पना करो। अब देश है स्वतंत्र, मेदिनी स्वतंत्र …

Hindi Poem of Nida Fazli “  Jab kisi se koi gila rakhna”,”जब किसी से कोई गिला रखना” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जब किसी से कोई गिला रखना  Jab kisi se koi gila rakhna   जब किसी से कोई गिला रखना सामने अपने आईना रखना यूँ उजालों से वास्ता रखना शम्मा …